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Giridih : मुर्गा-भात में जहर मिलाकर 3 बच्चों को मां ने अपने हाथ से खिलाया, 1 की मौत 

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गिरिडीहः 
तिसरी थाना क्षेत्र अंतर्गत गड़पुरा पंचायत के रोहनटांड़ गांव में एक सौतेली मां इस कदर जलन की भावना से भरी हुई थी कि उसने तीन मासूम बच्चों को मौत की नींद सुलाने की ठान ली। महिला ने खाने में तीन बच्चों को जहर परोस दिया। जिससे तीनों बच्चों की हालत बिगड़ गई। एक बच्चे की मौत हो गई। दूसरे की हालत गंभीर है। वहीं तीसरे की हालत थोड़ी ठीक है। दरअसल बच्चों के पिता सुनील सोरेन की पहली पत्नी की मौत 2 साल पहले हो गई थी। उन दोनों एक बेटी और चार बेटा है। पहली पत्नी की मौत के बाद सुनील ने अप्रैल 2022 में सुनीता हांसदा के साथ शादी की। सुनीता का फिलहाल कोई बच्चा नहीं है। दुर्गा पूजा से पहले सितंबर माह में सुनीता अपने पति को लेकर मायके रहने के लिए चली गई। वहीं बच्चों को दादा और दादी के भरोसे छोड़ दिया। सुनील सोरेन कमाने के लिए बेंगलुरु चला गया।


अपने हाथों से खिलाया 
 इसी दौरान 23 नवंबर को सुनीता मुर्गा और जहर लेकर अपने ससुराल आई। तीनों बच्चों को सुनीता ने रात में अपने पास रखा। गुरुवार की सुबह 10:00 बजे सुनीता ने चावल और मुर्गा बनाया। उसने सौतेले बेटे 3 वर्षीय अनिल सोरेन, 8 वर्षीय शंकर सोरेन और 12 वर्षीय विजय सोरेन को मुर्गा और भात में जहर मिलाकर अपने हाथों से खिलाया। हालांकि स्वाद अच्छा नहीं लगा तो विजय ने नहीं खाया। खाना खाने के कुछ देर बाद दोनों बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। यह देख सुनीता दादा-दादी के घर सुला कर फरार हो गई। इसके बाद सुनील का बड़ा बेटा सोनू ने इसकी जानकारी अपने चाची को दी। चाची मौके पर पहुंची तो देखा दोनों बच्चा अचेत पड़ा हुआ है। दोनों के मुंह से झाग निकल रहा है। तभी चाची ने चाइल्डलाइन को इसकी जानकारी दी। चाइल्डलाइन के लोग आनन-फानन में पहुंचे लेकिन तब तक अनिल की मौत हो चुकी थी। वहीं शंकर को सामुदायिक केंद्र ले जाया गया जहां उसका इलाज करने के बाद गिरिडीह रेफर कर दिया गया।


गिरफ्तार हो गई सुनिता 
सूचना मिलते ही तीसरी थाना प्रभारी पीकू प्रसाद सबल घटनास्थल पहुंचे और जांच में जुट गए सुनीता हांसदा को गिरफ्तार कर लिया गया है सुनीता ने बच्चों को जहर देने की बात